कविता- नेता
तुम मंदिर-मस्जिद में मौत कमाओ ,वो वोट कमाता जाएगा,
तुम्हारे बच्चे पत्थऱ फेकेंगे, वो अपने अमेरिका में पढ़वाएगा,
तुम कट्टरता में लिप्त रहना, वो कभी भी सेक्युलर में बदल जायेगा,
हाँ वो एक नेता है, वो तुम्हारी मौत का भी जश्न मनाएगा।
~शिखर पाण्डेय
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